अंबिकापुर लाइव न्यूज़ |Finance News 1950 तब जॉन मथाई भारत के वित्त मंत्री थे। देश का बजट पेश किया जाना था। सभी तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी थीं। तभी बजट के लीक होने की खबर आ गई। इस चूक के कारण जॉन मथाई को इस्तीफा देना पड़ा।
इसने बजट छपने की परंपरा को बदल दिया। उस साल तक बजट राष्ट्रपति भवन में छपता था। इस घटना के बाद छपाई नई दिल्ली के मिंटो रोड शिफ्ट करनी पड़ी। 1980 में एक बार फिर छपाई की जगह बदली गई और बजट नॉर्थ ब्लॉक के बेसमेंट में छपने लगा।
तब से बजट में बहुत ज्यादा एहतियात बरती जाती है। अब हलवा सेरेमनी के बाद बजट प्रिंट होने की प्रक्रिया शुरू होती है। इसके पेश होने तक प्रिंटिंग में शामिल सभी अधिकारियों और सपोर्ट स्टाफ को मंत्रालय में बंद कर दिया जाता है।
इस दौरान अधिकारियों को अपने फोन का इस्तेमाल करने की अनुमति नहीं होती है। बजट पेश होने तक वे अपने परिवार से भी नहीं मिल सकते हैं। बजट से जुड़े इसी तरह के और भी कई रोचक फैक्ट्स हैं। चलिए एक-एक कर उन्हें जानते हैं…
स्केच – संदीप पाल
ग्राफिक्स एंड आर्ट वर्क – कुणाल शर्मा
बजट एक्सप्लेनर के पार्ट-5 में बुधवार 31 जनवरी को जानेंगे कि इस बार के अंतरिम बजट में क्या घोषणाएं हो सकती है और बीते 3 अंतरिम बजट में किस तरह की घोषणाएं की गई थीं…
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